मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सैंकड़ों शहरवासियों के सामने और आतिशबाजियों के बीच द्रव्यवती नदी का पुनरूद्धार कर जयपुरवासियों को समर्पित किया।
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सदियों पहले जयपुर शहर के बीचोंबीच से उफान भरती द्रव्यवती नदी आज फिर से पुनर्जीवित हो उठी। गांधी जयंती के दिन मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सैंकड़ों शहरवासियों के सामने और आतिशबाजियों के बीच द्रव्यवती नदी का पुनरूद्धार कर जयपुरवासियों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि कहा कि आज बहुत बड़ा काम हुआ है। 2014 में देखा गया उनका सपना आज पूरा हो गया है। उन्होंने इस संकल्प को पूरा करने के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लि. एवं जयपुर विकास प्राधिकरण का शुक्रिया अदा किया।
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बता दें कि इससे पहले सालों से यह अमानीशाह नाले के नाम से जानी जाती रही है लेकिन अब यह पहले की भांति 'जयपुर शहर की द्रव्यवती नदी' के नाम से जानी जाएगी। अब जयपुर के लोगों की जिम्मेदारी है कि द्रव्यवती नदी के इस पुनर्जीवित रूप को बरकरार रखते हुए इसे साफ-सुथरा और सुंदर रखेंगे ताकि बाहर से लोग आकर इसकी खूबसूरती को निहार सकें।
द्रव्यवती नदी परियोजना वास्तव में जयपुर की जीवनदायिनी साबित होगी। 47 किलोमीटर लम्बी इस द्रव्यवती परियोजना में वॉकिंग ट्रेक, साइकिल ट्रेक, सुंदर बगीचे, लैण्डस्केप पार्क, बॉटेनिकल गार्डन होंगे। यहां जयपुरवासी जोगिंग, साइक्लिंग, योगा, संगीत, ड्रॉइंग-पेन्टिंग जैसी सुविधाओं का आनंद लिया जा सकेगा। साथ ही ऑडियो-विजुअल फिल्म के माध्यम से द्रव्यवती नदी की कहानी सुनी एवं देखी जा सकेगी।
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